- प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को संसद में मंदिर निर्माण के लिए‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’का ऐलान किया
- इसके बाद अयोध्या में महंत नृत्य गोपाल दास के आश्रम मणिराम दास छावनी में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया
अयोध्या. केंद्र सरकार ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’का ऐलान कर दिया। इसके बाद अयोध्या में महंत नृत्य गोपाल दास के आश्रम मणिराम दास छावनी में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है। आश्रम की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है। महंत की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।
वहीं, बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने ट्रस्ट गठन से जुड़े केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘पीएम मोदी ने ट्रस्ट का ऐलान समय से कर दिया है। अब मंदिर निर्माण जल्द शुरू होना चाहिए, जिससे इस पर अब राजनीतिक दल राजनीति न कर सकें। हम चाहते हैं कि मस्जिद के लिए जो जमीन मिले, उसमें अस्पताल और स्कूल भी बने। मस्जिद भव्य न बने केवल लोकल उपयोग के लिए ही इसे बनाया जाएगा।’’
राम नवमी पर पीएम करेंगे शिलान्यास: डॉ. वेदांती
राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास वेदांती ने कहा- रामनवमी पर पीएम मोदी ‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने कहा- महंत नृत्यगोपाल दास नए ट्रस्ट के अध्यक्ष हो सकते हैं। मंदिर का आकार और परिसर बड़ा होगा। मंदिर विशाल बनेगा।अब ट्रस्ट के सदस्यों का भी ऐलान कर देना चाहिए: डॉ. दास
राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी ने डॉ. सत्येंद्र दास ने कहा- राम मंदिर के ट्रस्ट का राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अच्छा है। अब ट्रस्ट के सदस्यों का भी ऐलान कर देना चाहिए। ट्रस्ट के सदस्यों को लेकर कोई विवाद नहीं होगा। मंदिर का आकार बड़ा करना होगा।प्रभु राम के काम में विरोध का सवाल नहीं: महंत दास
निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास ने कहा- ट्रस्ट का ऐलान हो गया है। सब संतुष्ट हैं। कोई विवाद नहीं। राम का काम है। मंदिर निर्माण भी सब चाहते हैं, इस पर सब एक हैं। प्रभु राम के काम में विरोध का सवाल ही नहीं। वहीं, पूर्व भाजपा सांसद विनय कटियार ने कहा- सब काम अपने समय से हो रहा है। ट्रस्ट में नामों की घोषणा जल्द हो जाएगी। मंदिर निर्माण भी जल्द शुरू हो जाएगा।9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था फैसला
9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आयोध्या विवाद पर फैसला दिया था। इसमें केंद्र सरकार को तीन माह के भीतर मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करने का आदेश दिया था। प्रधानमंत्री ने संसद में कहा- सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि देने का केंद्र का अनुरोध राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। यह ट्रस्ट मंदिर निर्माण के सभी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा।
No comments:
Post a Comment