Wednesday, 5 February 2020

टेस्ला / सीईओ एलन मस्क की नेटवर्थ 23 दिन में 1.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ी; यह रिलायंस के सालभर के मुनाफे से भी तीन गुनी


  • मार्केट कैप में सबसे बड़ी भारतीय कंपनी रिलायंस को 2019 में 43368 करोड़ रुपए का मुनाफा

  • टेस्ला के शेयर में इस साल 114% तेजी आने से मस्क को फायदा, कुल नेटवर्थ 3.20 लाख करोड़

  • रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 3.94 लाख करोड़, दुनिया के अमीरों में 15वां नंबरबिजनेस डेस्क. अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयर में बढ़त का सिलसिला जारी है। मंगलवार को इसमें 20.5% तेजी आई। बीते दो दिन में शेयर 40% चढ़ चुका। इस साल के 23 कारोबारी दिनों में अब तक 114% तेजी आ चुकी है। शेयर में इस तेजी से कंपनी के सीईओ एलन मस्क की नेटवर्थ इस साल 17.6 अरब डॉलर (1.25 लाख करोड़ रुपए) बढ़ गई। यह रकम भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के सालभर के मुनाफे से भी तीन गुनी है। 2019 की चार तिमाहियों में रिलायंस का कुल मुनाफा 43,368 करोड़ रुपए रहा था। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक मस्क की मौजूदा नेटवर्थ 45.2 अरब डॉलर (3.20 लाख करोड़ रुपए) है।

    रिलायंस का मुनाफा






























    तिमाहीमुनाफा (रुपए)एलन मस्क की नेटवर्थ 23 दिन में ही 1.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई।
    जनवरी-मार्च10,362 करोड़

    अप्रैल-जून


    10,104 करोड़
    जुलाई-सितंबर11,262 करोड़
    अक्टूबर-दिसंबर11,640 करोड़
    कुल43,368 करोड़


    टेस्ला के शेयर में तेजी की 2 वजह
    पहली : अमेरिकी शेयर बाजार के विश्लेषकों को उम्मीद है कि शंघाई का नया प्लांट टेस्ला की ग्रोथ में अहम साबित होगा। कंपनी ने पिछले महीने शंघाई के प्लांट में बना पहला मॉडल लॉन्च किया था। चीन एक


    प्लांट में बना पहला मॉडल लॉन्च किया था। चीन एक बड़ा बाजार है। वहां प्रोडक्शन करने से टेस्ला को फायदा होगा।
    दूसरी : टेस्ला ने पिछले महीने वित्तीय नतीजे घोषित करते हुए बताया कि 10 साल में पहली बार सालाना आधार पर मुनाफा हुआ है। टेस्ला के नतीजे विश्लेषकों के अनुमान से भी बेहतर रहे हैं।


    टेस्ला के शेयर में तेजी से शॉर्ट सेलर के 56,800 करोड़ रुपए डूबे
    टेस्ला के शेयर में बढ़त से कुछ लोगों को नुकसान भी हो रहा है। ऐसे ट्रेडर जिन्हें किसी शेयर में गिरावट के ज्यादा आसार नजर आते हैं, वे पहले शेयर बेचते हैं और कीमतें घटने पर खरीद लेते हैं। इन्हें शॉर्ट सेलर कहा जाता है। अमेरिका में टेस्ला का शेयर सबसे ज्यादा शॉर्ट सेल होता है। लेकिन, हाल के दिनों में आई तेजी की वजह से शॉर्ट सेलर के 8 अरब डॉलर (56,800 करोड़ रुपए) डूब चुके हैं।




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