सीहोर /इछावर-
बहुजन क्रांति मोर्चा एवं प्रसपा से जुड़े लोगों ने तहसील कार्यालय इछावर पहुंचकर अनुसूचित जनजाति जाति एवं पिछड़ा वर्ग पर हो रहे अन्याय अत्याचार को लेकर नायब तहसीलदार डाली रैकवार को महामहिम राज्यपाल के नाम संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा। भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश मालवीय ने बताया कि ज्ञापन का वाचन प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल सिंह चौहान ने करते हुए अधिकारी को बताया कि सन दो हजार के लगभग प्रदेश के अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को तत्कालीन सरकार ने भूमि के पट्टे वितरित किए थे। आज तक हजारों परिवारों को भूमि पर कब्जा नहीं मिला, कई लोगों की हत्या हो गई है, तो कहीं किसानों के साथ मारपीट भी हो गई है। इसी क्रम में पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के विधानसभा क्षेत्र के कालापीपल तहसील इछावर सीहोर के अनुसूचित जाति जनजाति के परिवार के लोगों ने आज भी कागज के टुकड़ों को लेकर थाना तहसील के अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने आज तक कब्जा नहीं मिला वर्तमान स्थिति में भूमि पर आज भी राजनीतिक सामाजिक व आर्थिक रूप से प्रभावशाली लोग ही कबीज है, ऐसी सीहोर जिले की पीड़ित अनुसूचित जनजाति के परिवारों का तत्कालीन की भूमिका कब्जा दिया जाएगा। पीड़ित परिवार की सुरक्षा देता प्रताड़ित करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही तहसील इछावर के गांव शाहपुरा के गरीब किसान फूल सिंह के पट्टे की भूमि को स्थानीय सरपंच द्वारा जबरन कब्जा कर उस में तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। उक्त जमीन पर तालाब और निर्माण किया गया और गरीब को वहां से हटाया गया। उनके समर्थन में सामाजिक संगठनों द्वारा आंदोलन किया जावेगा। गंभीर ज्वलनशील समस्याओं का निराकरण किया जावे ग्राम कालापीपल के अनुसूचित जाति जनजाति के किसानों के समर्थन में पूर्व में जिला प्रशासन जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन के माध्यम से सामाजिक संगठन में अवगत कराया है। एवं पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के निवास पर धरना भी दिया था। इसके पश्चात भी शासन-प्रशासन अनसुनी कर रहे हैं। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से यह भी चेतावनी दी गई है कि 1 सप्ताह के अंदर पीड़ित किसानों को कब्जा नहीं दिया गया तो जिला कलेक्टर सीहोर हजारों की संख्या में उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। सामाजिक संगठनों के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है, इसकी जिम्मेदारी स्वयं शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जगदीश द्रविड़, अध्यक्ष जानम सिंह परमार, बंसीलाल मुंबई ,जितेंद्र मालवीय, एसएन तोमर, मदन सिंह भदोरिया, मनीष पिपलोदीया, अरविंद मालवीय, गौरव दुबारिया, बलवान सिंह, सुरेश संजय मालवीय, रामगोपाल, गेंदालाल, बाबूलाल शिवनारायण, राजाराम, नर्मद सिंह, अशोक,
सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित हुए थे।