Monday, 26 October 2020

मां के दरबार में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब दर्शन कर मांगी गई मन्नत।


गौभूमि समाचार सीहोर।


नवरात्रि के पावन अवसर पर नवमींं के दिन मां के दरबार सलकनपुर में दिनभर भक्तों का तांंता लगा रहा। यहां अल सुबह से लेकर देर शाम तक लगभग तीस हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे, वही भक्तों का आने का सिलसिला लगातार जारी रहा। ऐसे में नवमी के साथ रविवार का अवकाश भी था लेकिन उसके बाद भी कम श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचे। नवरात्रि के पहले दिन से अष्टमी के दिन सबसे ज्यादा लगभग 50000 भक्तों ने माता रानी के दर्शन किए थे। हालांकि हर वर्ष इस दिन भक्तों की संख्या एक लाख से ज्यादा होती थी लेकिन इस बार कोरोना वायरस ने कई श्रद्धालुओं को मंदिर जाने से रोक दिया। नवमींं पर माता रानी के दर्शन के लिए देर रात से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दूरदराज से लोग पैदल चलकर दर्शन के लिए आ रहे थे तो वही कार बाइक की लाइनें भी दिनभर लगी रही। पैदल जा रहे भक्त माता रानी के जयकारे के साथ हाथ में ध्वजा लिए चल रहे थे। पैदल यात्रा में महिला पुरुष पुरुषों के अलावा अधिकतर बच्चे भी शामिल थे । कोरोनावायरस के चलते सलकनपुर में इस बार प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरत रहा था। दरअसल इस बार नवरात्र में मंदिर खुलने को लेकर कई दिनों तक असमंजस बना रहा लेकिन माता रानी के भक्तों की खुशी दुगनी उस वक्त हो गई जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर परिसर खुले रखने की घोषणा कर दी। इसके बाद प्रदेश के सभी देवी मंदिर नवरात्र के पावन अवसर पर खोल दिए गए। गौरतलब है कि सलकनपुर में भक्तों के लिए इस बार सुबह 3:00 बजे से रात 12:00 बजे तक मंदिर खुला रखने की व्यवस्था की गई थी ताकि भक्तों की भीड़ जमा ना हो सके और वे यहां आकर दर्शन कर सके। हालांकि इस बार भक्तों को परिक्रमा करने को नहीं मिली और ना ही मंदिर परिसर में नारियल प्रसाद चढ़ाने की अनुमति दी गई। कोरोना वायरस के कारण प्रशासन में माता रानी के मंदिर के परिक्रमा पर रोक लगा रखी हुई थी। इसके अलावा ऊपर नारियल फोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा रखा था। कोरोना वायरस की गाइडलाइन को फॉलो करवाने के लिए इस बार पूरा प्रशासन यहां पर मुस्तैद रहा। रेहटी थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते सलकनपुर में नवरात्रि के पहले दिन से ही प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा बढ़ती जा रही हैं। मंदिर परिसर में किसी भी तरह की भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जा रहा हैं। साथ ही पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया हैं। ताकि मंदिर में किसी भी प्रकार की कोई घटना ना हो सके। बता दें कि नवरात्रि के पावन अवसर पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।


Wednesday, 21 October 2020

जल्द ही जिले को मिलेगा नया शासकीय विधि महाविद्यालय


सीहोर । चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि सीहोर जिले में प्रस्तावित शासकीय विधि महाविद्यालय को भूमि का आवंटन सीहोर स्थित ग्राम शेरपुरा में कर दिया गया है। सीहोर जिले में कोई भी शासकीय विधि महाविद्यालय ना होने के कारण छात्रों द्वारा लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए उनके हित में उच्च शिक्षा विभाग प्रशासन एवं चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी शासकीय विधि महाविद्यालय सीहोर को भूमि आवंटित कर दी गई है। शीघ्र ही इस भूमि पर भवन निर्माण के पश्चात विधि की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रारंभ कर दी जाएगी। भूमि सीमांकन के अवसर पर चंद्रशेखर आजाद शासकीय महाविद्यालय सीहोर के प्रचार डॉ सुमन रोहिला ने उम्मीद जताई कि भविष्य मेे यहां विधि महाविद्यालय ना केवल प्रदेश को अपितु देश को उत्कृष्ट अधिवक्ता एवं न्यायाधीश प्रदान करेगा तथा यहां महाविद्यालय सीहोर के विद्यार्थियों को विधि के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगा। सीमांकन के अवसर पर अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुमन रोहिला, डॉ अनिल राजपूत, डॉ महेंद्र अयान्यास, डॉ अनिल गौतम, आनंद प्रताप सिंह, राजीव सिंह, राधेश्याम राज, ललता प्रसाद कीर, द्वारा विधि महाविद्यालय हेतु भूमि आवंटन पर जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।


नेहरों से किसानों को पानी प्रदान करने के लिए लक्ष्य एवं तिथि निर्धारित


सीहोर। वर्ष 2020-21 का वर्षा काल समाप्त हो चुका है। ऐसी स्थिति में सीहोर जिले में जल संसाधन संभाग सीहोर के अधीन माध्यम एवं लघु तालाब तथा कोलार एवं बारना वृहद परियोजना में संग्रह जल मात्रा के समुचित उपयोग के लिए रवि फसल की सिंचाई हेतु योजना बार सिंचाई लक्ष्यों का निर्धारण एवं सीहोर तथा आष्टा शहर के प्रयोजन के लिए जल आरक्षित करने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर श्री गुप्ता द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि कोलार नहर संभाग नसरुल्लागंज क्षेत्र में कोलार वृत परियोजना अंतर्गत किसानों को पलेवा के साथ दो पानी बारना बांई तथा तट नहर संभाग बाड़ी जिला रायसेन क्षेत्र में बारना व्रत परियोजना अंतर्गत के साथ तीन पानी तथा जल संसाधन संभाग क्षेत्र में मध्यम परियोजना 4 लघु से 16 से पलेवा के साथ तीन पानी बोराज  94 से पलेवा के साथ एक पानी किसानों को प्रदान किया जाएगा। जल संसाधन संभाग सीहोर के अधीन एवं लघु सिंचाई योजनाओं से कमांड क्षेत्र के कृषकों की मांग अनुसार 25 अक्टूबर से 1 नवंबर के माध्यम से नहर खोलना प्रस्तावित किया गया है। इसी प्रकार कार्यपालन यंत्री कोलार नहर संभाग नसरुल्लागंज द्वारा 25 अक्टूबर से जल प्रवाह किया जाएगा। कार्यपालन यंत्री बारना बांई तट नहर संभाग बाड़ी जिला रायसेन द्वारा अवगत कराया गया कि बारना परियोजना की नहर खोलने की प्रस्तावित तिथि 20 नवंबर निर्धारित की गई है। प्रयोजन के लिए जल का संरक्षण वर्ष 2020-21 के दौरान कोलार परियोजना से भोपाल शहर के प्रयोजन के लिए 61. 32 मि. घ. मीटर पानी आरक्षित के लिए प्रस्तावित किया गया है। रामपुर खुर्द मध्यम परियोजना से 4. 45 मि.घ.मी पानी आष्टा शहर के लिए तथा जमुनिया तलाव से 3. 10 मि.घ.मी एवं भगवानपुरा तलाव से 2.56 मि.घ. मी पानी का आरक्षण सीहोर नगर को जल प्रदान किया जाएगा। जिले में निर्मित नहरों का संधारण एवं साफ सफाई कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है।


Sunday, 18 October 2020

महिला सरपंच ने लिखित आवेदन देकर सीईओ से की सचिव को हटाने की मांग।

सीहोर/इछावर । साहब पंचायत सचिव रसूखदार है इस कारण वहां पंचायत का संचालन अपने मनमर्जी से कर रहा है। आलम यह है कि यह वित्तीय अनियमितताओं के साथ ही जमकर धांधली भी कर रहा है। ऐसे में हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गांव का विकास भी ठप पड़ा हुआ है। सरपंच का डोंगल वहां अपने पास ही रखता है और अपनी मनमर्जी से राशि निकालकर उसका उपयोग अपने निजी कार्य में कर रहा है। यह आरोप ग्राम पंचायत सिराड़ी की महिला सरपंच और ग्रामीणों ने सचिव पर लगाते हुए सीईओ को एक लिखित आवेदन दिया जिसमें आरोप आरोपी सचिव के खिलाफ जांच कर उसे पंचायत से हटाने की मांग की है।  जनपद पंचायत इछावर के अंतर्गत आने वाली पंचायत सिराडी की महिला सरपंच रेशम बाई धाकड़ और ग्रामीणों ने पिछले दिनों जनपद कार्यालय पहुंचकर सीईओ को एक लिखित आवेदन दीया। जिसमें आवेदकों ने कहा कि पंचायत में पदस्थ सचिव सतीश बैरागी द्वारा पंचायत के संचालन में कई अनियमितताएं बरती जा रही है। आलम यह है कि वहां पंचायत का संचालन अपनी मनमर्जी से कर रहा है। ऐसे में हितग्राहियों को शासन की योजनाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है, और ना ही उसका लाभ मिल पा रहा है ग्रामीणों को समग्र आईडी में नाम जुड़वाने के लिए इधर-उधर भटकना भी पड़ रहा है। गांव में विकास के सभी कार्य ठप है मनरेगा में वहां स्वयं के ही काम करवाता है ग्रामीण किसी काम को लेकर सचिव के पास जाते हैं तो उनके साथ अभद्रता करता है। खास बात यह है कि आरोपी सचिन सरपंच का डोंगल भी अपने पास रखा है इससे वहां दो बार भारी-भरकम राशि निकाल चुका है। पेंशन धारी भी पिछले कई महीनों से परेशान हो रहे हैं इसके अलावा और भी कई गंभीर आरोप सरपंच और ग्रामीणों ने सचिव लगाते हुए मामले की जांच करने के साथ ही उसके खिलाफ कार्रवाई कर उसे पंचायत से हटाने की मांग की है।


मुझ पर सरपंच गलत आरोप लगा रही हैं मैं पंचायत भवन में ही बैठता हूं मुझसे अपात्र लोगों को योजना का लाभ दिलाने के लिए दबाव बनाया जाता है। सतीश बैरागी सचिव ग्राम पंचायत सिराडी..।


उक्त संबंध में मिली है शिकायत।  सिराडी सरपंच का एक शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ है। जिसमें उन्होंने सचिव पर कई आरोप लगाए हैं। मामले की जांच कराई जा रही है, दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।आयुषी गोयल सीईओ जनपद पंचायत इछावर