Monday, 29 May 2023

प्रदेश में नागरिकों को कराया जा रहा है ऑनलाइन योगाभ्यास

 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर भी की जा रही है तैयारियाँ

प्रदेश में नागरिकों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बनाये रखने के लिये आयुष विभाग द्वारा ऑनलाइन योगाभ्यास कराया जा रहा है। आयुष विभाग ने कोविड काल में अप्रैल 2021 से प्रदेश में योग से निरोग कार्यक्रम शुरू किया था। कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा विभाग और इंडियन योग एसोशिएशन द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।

प्रदेश में इस वर्ष आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में अधिक से अधिक जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये स्वयं सेवी संगठनों का सहयोग लेने का कार्यक्रम भी तैयार किया है।

मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में 17 हजार 144 शिकायतों का निराकरण

 1807 शिकायत निवारण शिविर में हुआ उपभोक्ता शिकायतों का समाधान

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में 17 हजार से अधिक बिजली शिकायतों का निराकरण किया गया। दस से 25 मई तक उपभोक्ता शिकायतों के त्वरित समाधान के लिये मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में 1807 शिकायत निवारण शिविर में 18 हजार 187 शिकायत प्राप्त हुईं। इनमें से 17 हजार 144 शिकायत का निराकरण कर दिया गया एवं शेष शिकायतों का निराकरण जल्द ही कर दिया जाएगा। शिकायत निवारण शिविरों में मुख्यतः विलंब से बिलों का वितरण, बिल प्राप्त न होना, अधिक बिल राशि, मीटर-वाचन देरी से होना, गलत रीडिंग होना, ऑनलाइन बिल जनरेट न होना, ऑनलाइन की गई पेमेंट न दिखना, विद्युत-प्रदाय, नवीन कनेक्शन, भार वृद्धि तथा अन्य शिकायतें प्राप्त हुई हैं।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल रीजन में 748 शिविरों में कुल 7 हजार 112 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 6 हजार 552 शिकायतों का मौके पर निराकरण कर दिया गया। ग्वालियर रीजन में 1059 शिविरों में कुल 11 हजार 075 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 10 हजार 592 शिकायतों को मौके पर ही निराकृत कर दिया गया तथा शेष शिकायतों का निराकरण जल्दी ही कर लिया जाएगा।

गौरतलब है कि इन शिकायत निवारण शिविरों में अधिक बिल राशि की 5 हजार 445, बिल प्राप्त न होने की 571, गलत रीडिंग की 922, नवीन कनेक्शन की 3 हजार 616, भार वृद्धि की 378, विद्युत प्रदाय की 2 हजार 811, देरी से रीडिंग की 195, रीडिंग नहीं लेने की 839, ऑनलाइन बिल जनरेट न होने की 197, ऑनलाइन किया गया पेमेंट नहीं दिखाई देने की 246 और अन्य 666 शिकायतों का शिविर लगा कर निराकरण किया गया।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही बेहतर उपभोक्ता सेवाएँ प्रदान करना कंपनी की प्राथमिकता है और इसी कड़ी में बेहतर सुशासन और आमजन की समस्याओं के शीघ्र निराकरण के लिए प्रदेश में संचालित मुख्य मंत्री जन-सेवा अभियान द्वितीय चरण में प्राप्त शिकायतों को कंपनी द्वारा समय-सीमा में हल किया गया है।

पर्यटन नगरी खजुराहो में जल प्रदाय का प्रायोगिक परीक्षण प्रारंभ

 हर घर पहुँच रहा है नल से जल

पर्यटन नगरी खजुराहो और राजनगर में जल प्रदाय व्यवस्था का प्रायोगिक परीक्षण प्रारंभ हो गया है। दोनों नगरों में स्वच्छ जल पहुँचाने के लिए कुटनी डैम पर 10 एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र स्थापित किया गया है। दोनों निकायों में जल प्रदाय परियोजना की 10 वर्षों के संचालन और संधारण के साथ संयुक्त रूप से लागत लगभग 69 करोड़ रूपये है।

खजुराहो और राजनगर में 7 ओव्हर हेड टैंक निर्मित किए गए है, हर घर नल से शुद्ध जल पहुँचाने के लिए दोनों नगरों में लगभग 150 किलोमीटर वितरण लाइन बिछाई गई है। खजुराहो में 3500 घर और राजनगर में 2000 घर में नल कनेक्शन दे दिए गए हैं। खास बात यह है कि इस योजना में मीटरयुक्त नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इसका लाभ यह होगा कि भविष्य में रहवासियों को पानी की उपयोगिता के अनुसार ही भुगतान करना होगा जो कि काफी किफायती रहेगा।

नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से इन नगरों में जल प्रदाय परियोजना पर कार्य किया गया है। इन नगरों के निवासियों का कहना है कि अब उनके घर में शुद्ध जल पहुँच रहा है। रहवासियों के अनुसार अब पानी के लिए लाइन में लगने की आवश्यकता नहीं है। इससे पानी भरने में व्यर्थ जाने वाले समय का सदुपयोग हो रहा है। पानी का दबाब भी पर्याप्त है, जिससे मोटर लगाने की जरूरत नहीं रहती।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पर्यावरण-प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ पौध-रोपण किया

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में जामुन, पीपल और इमली के पौधे लगाए। सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण-प्रेमी भी पौध-रोपण में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ सर्वश्री दीपांशु राठौर, मोहित, नीरज और हर्ष राजपूत ने अपने जन्म-दिवस पर भी पौधे लगाए। ट्राय फाउंडेशन के श्री अजय सिसोदिया, सुश्री पूर्वा शर्मा, श्री आयुष और सुश्री नीतू तिवारी ने भी पौध-रोपण किया। विजन डेवलपमेंट फॉर वूमेन वेलफेयर नीड्स सोसायटी की अध्यक्ष सुश्री दिव्या अत्री ने 'मेरा भोपाल-मेरी जिम्मेदारी' अभियान में नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने और पॉलीथीन मुक्त मार्केट के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों द्वारा लिए गए इस दायित्व की सराहना की। श्रीमती अंशिता शर्मा, सुश्री वैदेही चौधरी, श्री अमेय शर्मा, श्री प्रभव सोहगौरा भी पौध-रोपण में शामिल हुए।

नवविवाहित बेटियाँ भी पात्रतानुसार मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में होंगी लाभान्वित :मुख्यमंत्री श्री चौहान

 मुख्यमंत्री, झाबुआ के थांदला में सामुहिक कन्या विवाह समारोह में वर्चुअली शामिल हुए

नवविवाहित 300 जोड़ों को दी बधाई

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवविवाहित बेटियों को भी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पात्रतानुसार लाभान्वित करने आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने बेटियों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की हैं। बेटियाँ हमारे लिए वरदान हैं, कोई बोझ नहीं हैं। एक समय था जब बेटियों के प्रति दृष्टिकोण अपेक्षाकृत कम सकारात्मक था। वर्ष 2006 में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की शुरूआत के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना और अब लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत और स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत स्थान बेटियों के लिए सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई। शिक्षण कार्य में भी बेटियों की हिस्सेदारी कम से कम आधी हो, इसकी पहल की गई है। आज प्रदेश की बेटियाँ शिक्षण सुविधाओं का लाभ लेते हुए सम्मानजनक स्थिति में हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास से झाबुआ जिले की थांदला जनपद पंचायत में 300 जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह समारोह को वर्चुअली संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नवविवाहितों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे नवविवाहित बेटियों केलिए कामना करते हैं कि उनका सदैव मंगल और कल्याण हो। उनके पाँव में कांटा भी न लगे। विवाह आत्माओं का पवित्र बंधन हैं। पति-पत्नी को एक-दूसरे का सहयोगी बनना है। दोनों आनंदपूर्वक रहें और परिवारों का सम्मान बढ़ाने का कार्य भी करें। विवाह में एक-दूसरे को दिए गए वचन भी निभाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विवाहित दम्पतियों को कन्या विवाह-निकाह योजना में 49 हजार रूपए की राशि का चेक प्रदान किया जा रहा है, इससे वे गृहस्थी का जरूरी सामान खरीद सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने झाबुआ जिले में व्यवस्थित रूप से हो रहे समारोह के लिए प्रशासनिक अमले और आयोजन में सहयोगी व्यक्तियों को बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव का स्वागत किया

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव के समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास आगमन पर पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने मुख्यमंत्री निवास में चीता प्रोजेक्ट एवं श्रमिक कल्याण योजनाओं पर चर्चा भी की।


युवाओं को हुनर देकर समाज की ताकत बनाना जरूरी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

 मध्यप्रदेश में बढ़ते निवेश से मिल रहा है युवाओं को रोजगार

प्रधानमंत्री के 9 वर्षीय कार्यकाल में जनता की तकदीर और देश की तस्वीर बदली
नेशनल कॅरियर सर्विस पोर्टल हो रहा है निरंतर लोकप्रिय - केन्द्रीय मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव
मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल में ऑफर लेटर और हितलाभ वितरित
10 नये संभागीय आईटीआई में होगा आधुनिक पाठ्यक्रमों का समावेश
डिजी उड़ान पोर्टल किया लांच
आईटीआई गोविन्दपुरा में हुआ जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में पीएम मित्र पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क के साथ ही ग्लोबल स्किल पार्क प्रारंभ करने की पहल युवाओं को रोजगार प्राप्ति में सहायक है। प्रदेश में हुनरमंद युवा तैयार कर उन्हें रोजगार से जोड़ने का कार्य निरंतर किया जाएगा। समाज की ताकत बनाने के लिए सबसे पहले युवाओं को हुनर देना आवश्यक है। मध्यप्रदेश में लगातार निवेश आ रहा है और निवेश से युवाओं को रोजगार मिल रहा है। युवाओं के कौशल उन्नयन पर सर्वाधिक ध्यान दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) गोविंदपुरा में मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। जॉब फेयर में विभिन्न संस्थान द्वारा 640 नियुक्तियाँ दी गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल को उपयोगी बताते हुए चयनित आवेदकों को बधाई दी। चयनित आवेदकों को ऑफर लेटर एवं योजनाओं के स्वीकृति-पत्र का वितरण भी किया गया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी युवाओं को रोजगार देने के लिए चिंतित रहते हैं। साथ ही कौशल उन्नयन पर भी उनका ध्यान है। मेगा जॉब फेयर में 640 युवाओं को आज रोजगार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोजगार बहुत आवश्यक है। एक तरफ रोजगार देने वाले लोग हैं जिन्हें दक्ष व्यक्ति चाहिए और दूसरी ओर युवा रोजगार चाहते हैं। ऐसे नौजवान जिन्हें जॉब चाहिए उनके लिए मेगा जॉब फेयर लगाया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रतिमाह रोजगार मेले लगाते हैं। वे ऑफर लेटर अपने हाथों से देते हैं। रोजगार देने का व्यापक अभियान देश में चल रहा है। मध्यप्रदेश में भी अलग-अलग कंपनियों में रोजगार देने और निवेश बढ़ाने के कार्य हो रहे हैं। मध्यप्रदेश टेक्सटाईल हब बन रहा है। साथ ही ऑटोमोबाइल और फार्मा हब भी बन रहा है। खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र में भी कार्य हो रहा है। पीएम मित्र मेगा पार्क धार जिले में प्रारंभ होगा। आईटी सेक्टर भी तेजी से कार्य कर रहे हैं। आने वाले नए निवेश से रोजगार बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने उन संस्थानों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने युवाओं को रोजगार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की जानकारी भी दी। श्रमिक कल्याण की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 4 श्रमोदय विद्यालय खोले गए, जहाँ श्रमिकों के बच्चे ही पढ़ते हैं। आगामी अगस्त माह तक एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती का लक्ष्य है। यह कार्य पूरा होने के बाद फिर 50 हजार पदों पर भर्ती का कार्य किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय मंत्री श्री यादव का स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने मेगा जॉब फेयर में आकर हम सभी का उत्साह बढ़ाया है। वे श्रमिकों के कल्याण के लिए भी प्रयासरत हैं। भोपाल, जबलपुर, नागदा में ईएसआई डिस्पेंसरी और अस्पताल उन्नत किए जा रहे हैं। उन्होंने धार में श्रम मंत्रालय के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के लिए भी आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के सफल 9 वर्ष पूरे हुए हैं। इन सालों में जनता की तकदीर और देश की तस्वीर बदली है। उन्होंने मध्यप्रदेश को चीता स्टेट की पहचान बनाने के लिए बड़ी सौगात दी है। मध्यप्रदेश पहले टाइगर, लेपर्ड और घड़ियाल राज्य था। अब चीता राज्य भी बन गया है। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने आज कहा है कि आप चिन्ता न करें। जब चीते अन्य क्षेत्र से आते हैं तो उन्हें नए वातावरण में एडजस्ट होने में समय लगता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 चीता शावकों की असमय मृत्यु पर मैं काफी चिंतित था। चीतों की समुचित देखभाल के लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही है। यह सच है कि पूरे विश्व में चीता शावकों के अस्तित्व का सर्वाइवल रेट कम है, लेकिन हमारे प्रयासों में कमी नहीं रहेगी। इस धरती पर मनुष्य भी रहे और वन्य-प्राणी भी रहे, यह सृष्टि के संतुलन के लिए भी जरूरी है। इस विषय पर भी आज महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री श्री यादव की मध्यप्रदेश के हितों का ध्यान रखने के लिए प्रशंसा भी की।

केन्द्र सरकार ने की है विभिन्न पोर्टल एकीकृत करने की पहल

केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में श्रमिकों और निर्धनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। नेशनल कॅरियर सर्विस पोर्टल में सवा तीन करोड़ पंजीयन हुए हैं। इसमें आवेदक अलग-अलग बार भी पंजीयन करवाने के लिए पात्र होते हैं। इन पंजीयन में से एक करोड़ 30 लाख का मोबेलाइजेशन किया गया है। करीब 5 लाख एक्टिव वेकेन्सीस की जानकारी सामने आई है। यह पोर्टल लोकप्रिय हो रहा है। यह पोर्टल देश में रोजगार के लिए पुल का कार्य कर रहा है। मेगा जॉब फेयर इसी श्रंखला की कड़ी है। करीब 11 लाख एम्प्लायर रजिस्टर्ड हैं। असंगठित क्षेत्र में रोजगार के लिए ई-श्रम पोर्टल तैयार किया गया है। इसमें करीब 400 तरह के व्यवसायों के लिए 29 करोड़ से अधिक पंजीयन किए जा चुके हैं। केन्द्र सरकार ने 4 विभाग के पोर्टल को एकीकृत करने की पहल की है। इनमें ई-श्रम पोर्टल और एमएसएमई पोर्टल को एकीकृत किया जा चुका है। कौशल उन्नयन विभाग भी इनसे जुड़ा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशा के अनुरूप हमारा देश नई डिजिटल क्रांति की तरफ तेजी से बढ़ा है।

केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि श्रमिक भाइयों के उपचार के लिए बेहतर व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। ईएसआई डिस्पेंसरी और अस्पताल सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ आज हुई बैठक में प्रदेश की अनेक श्रम मंत्रालय की प्रदेश की अनेक स्वास्थ्य संस्थाओं के उन्नयन एवं नई संस्थाएँ प्रारंभ करने पर निर्णायक चर्चा हुई है। आने वाले कुछ समय में इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और देश को इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन पर गर्व है। इस प्रोजेक्ट को दिन-प्रतिदिन मजबूत बनाया जाएगा।

प्रदेश की तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि आज युवाओं को ऑफर लेटर और योजनाओं के स्वीकृति-पत्र प्रदान किए गए हैं। ग्लोबल स्किल पार्क के विकास में सिंगापुर से सहयोग प्राप्त हुआ है। आने वाले समय में यह एक महत्वपूर्ण कौशल प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में देश के नक्शे में उभरेगा। युवाओं को स्किल पार्क से मदद मिलेगी। श्रीमती सिंधिया ने आज ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई भी दी।

श्रम एवं खनिज संसाधन मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री यादव और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को रोजगार का साधन उपलब्ध करवाया है। प्रदेश में 10 नये संभागीय आईटीआई में आधुनिक पाठ्यक्रमों का समावेश किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को लाभान्वित किया। इन हितग्राहियों में सुश्री गायत्री, सुश्री सुनीता विश्वकर्मा और श्रीमती लक्ष्मी को ई-श्रम कार्ड दिए गए। श्री संतोष अहिरवार श्रमयोगी, श्री अंबर त्रिपाठी और सुश्री सुनीता साल्वे संबल योजना में छात्रवृत्ति और श्री पूरन सिंह को कर्मकार मंडल से पंजीयन कार्ड प्राप्त करने की योजना में लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप तीन युवाओं श्री विशाल अहिरवार, ऑपरेटर एमआरएफ कम्पनी और श्री राहुल राजोरिया और सुश्री ज्योत्सना को असिस्टेंट प्रोफेसर के नियुक्ति पत्र प्रदान किए।

अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार श्री मनु श्रीवास्तव ने बताया कि करीब सवा 3 हजार आवेदकों के नाम दर्ज किए गए। पारदर्शी और व्यवस्थित प्रक्रिया से अंतिम रूप से रोजगार के लिए युवाओं का चयन किया गया। केन्द्र और मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों से इस दिशा में निरंतर कार्य किया जाएगा। निगम अध्यक्ष श्री सुल्तान सिंह शेखावत, कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और श्रीमती कृष्णा गौर, जन-प्रतिनिधि सहित प्रमुख सचिव श्री सचिन सिन्हा और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल का यह कार्यक्रम तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा श्रम विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। शुभारंभ कन्या-पूजन से हुआ। श्री संजीव श्रीवास्तव आयुक्त रोजगार ने आभार माना।

श्रमिक वर्ग के लिए बढ़ाएंगे स्वास्थ्य और उपचार सुविधाएँ: मुख्यमंत्री श्री चौहान

 उद्योगों में काम करने वालों के बेहतर इलाज पर ध्यान: केंद्रीय मंत्री श्री यादव

जनजातीय और श्रमिक बहुल धार जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की पहल
मुख्यमंत्री निवास में हुई श्रमिक कल्याण योजनाओं पर चर्चा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा श्रमिकों के हित में संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं के विस्तार के लिए राज्य सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा। प्रदेश के श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सरकार आवश्यक प्रस्ताव भी केन्द्र को देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के जनजातीय बहुल धार जिले में श्रम मंत्रालय अंतर्गत मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की पहल के लिए केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव का आभार माना।

मुख्यमंत्री श्री चौहान और केंद्रीय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने आज मुख्यमंत्री निवास समत्व भवन में हुई बैठक में प्रदेश में श्रम विभाग के चिकित्सालयों में सुविधाएँ बढ़ाने और श्रमिकों के उपचार के लिए सुविधाओं में वृद्धि संबंधी विचार-विमर्श किया। साथ ही नगरीय निकायों के अनुबंधित कर्मचारियों के लिए भी श्रम विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने पर चर्चा हुई। प्रदेश के श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धार जिले में औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर के संस्थान में कार्यरत श्रमिकों और अंचल की अन्य औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों के बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ किए जाने की पहल सराहनीय है। राज्य सरकार द्वारा आवश्यक अधो-संरचनात्मक कार्य तत्परता से करवाए जाएंगे। इसी तरह जिलों में स्वास्थ्य संस्थाओं के निर्माण और विकास के लिए भूमि एवं अन्य सुविधाएँ दिलवाई जाएंगी।

केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि अब उद्योग एवं व्यवसायों से उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के प्रबंध आवश्यक हैं। इस संबंध में श्रम मंत्रालय सजग है। वस्त्र व्यवसाय के कारीगर, पत्थर खदान श्रमिक और अन्य उद्योगों से जुड़े लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेष उपचार की व्यवस्था की जा रही है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में 100 बिस्तर क्षमता के अस्पताल के लिए अनुमोदन हुआ है। इसके लिए भूमि की व्यवस्था की जा रही है। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने अन्य जिले बैतूल, छतरपुर, दमोह, गुना, नरसिंहपुर, राजगढ़, सीहोर, सिवनी, सीधी और उमरिया में अस्पतालों के निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सक पदस्थ किए जा रहे हैं। इंदौर के ईएसआईसी अस्पताल पर साढ़े 3 लाख से अधिक श्रमिक निर्भर हैं। यहाँ सुपर स्पेशलिटी सेवाएँ भी प्रदान की जा रही हैं, जिसमें किडनी से जुड़े रोगियों के लिए डायलिसिस सुविधा भी शामिल है।

बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश में एक ईएसआईसी अस्पताल, 6 ईएसआईएस हॉस्पिटल और 42 डिस्पेंसरी संचालित हैं। प्रदेश के करीब 10 लाख श्रमिक इनका लाभ ले रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा पीथमपुर और जबलपुर में 100-100 बिस्तर क्षमता के अस्पताल और मैहर एवं केमूर में डिस्पेंसरी के लिए सिद्धांतत: अनुमोदन किया जा चुका है। इंदौर के 300 बिस्तर क्षमता के अस्पताल में प्रतिदिन 1200 बाहृय रोगी उपचार के लिए आते हैं। इस अस्पताल के 500 बिस्तर क्षमता में उन्नयन का कार्य भी चल रहा है। अस्पताल में हृदय रोग, कैंसर रोग के उपचार के लिए भी सुविधाएँ उपलब्ध करवाई गई हैं। पीथमपुर में 100 बिस्तर क्षमता के ईएसआईएस अस्पताल के लिए 117 करोड़ रूपये का प्रारंभिक प्राक्कलन तैयार किया गया है। प्रदेश के भोपाल, देवास, ग्वालियर, इंदौर, नागदा और उज्जैन में ईएसआईएस अस्पतालों में सुविधाएँ बढाई जा रही हैं। सनावद जिला खरगोन, बीना जिला सागर, सिंगरौली, छिंदवाड़ा, रीवा, नर्मदापुरम, खण्डवा और शाजापुर स्थित "डिस्पेंसरी-कम-ब्रांच ऑफिस" में चिकित्सक पदस्थ किए गए हैं। श्रम विभाग के विभिन्न 250 रिक्त पदों की पूर्ति भी की जा रही है।

चीतों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन और प्रस्तावित चीता प्रोटेक्शन फोर्स के लिए केंद्र सरकार का मिलेगा हर संभव सहयोग : केंद्रीय मंत्री श्री यादव

 परियोजना स्टॉफ को भेजा जाएगा अध्ययन प्रवास पर

मध्यप्रदेश सरकार चीता परियोजना की सफलता के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री श्री चौहान
चीता प्रोजेक्ट पर हुई उच्च स्तरीय बैठक

केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि चीता परियोजना अंतर्गत चीता संरक्षण एवं प्रबंधन में संलग्न अधिकारी और कर्मचारियों को नामीबिया/ दक्षिण अफ्रीका अध्ययन प्रवास के लिए चयनित कर भेजा जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा चीतों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन और प्रस्तावित चीता प्रोटेक्शन फोर्स के लिए केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय संसाधन सहित हर संभव सहयोग दिया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मुख्यमंत्री श्री चौहान, वन मंत्री डॉ. विजय शाह और राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा कर रहे थे।

केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान के लिए अतिरिक्त वन रक्षक और वनपाल की व्यवस्था का आग्रह करते हुए कहा कि अधो-संरचना और मानव संसाधन दोनों आवश्यक हैं। परियोजना से संबंधित भ्रामक सूचनाएँ प्राय: सामने आती हैं। आमजन को भी प्रामाणिक जानकारी मिलना चाहिए। वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 7 चीते खुले वन क्षेत्र और 10 चीते अनुकूलन बाड़ों में रह रहे हैं। आगामी नवम्बर तक चीतों के लिए वैकल्पिक रहवास के तौर पर गांधी सागर अभयारण्य को भी तैयार किया जा रहा है। कूनो में भी अनुमानित क्षमता के मुकाबले अभी चीते कम हैं। चीतों की देखभाल करने वाला स्टॉफ भी परिश्रमी है। परियोजना निश्चित ही सफल होगी। मध्यप्रदेश सरकार गंभीरता से परियोजना के क्रियान्वयन के लिए कार्य कर रही है। परियोजना में फारेन एक्सपर्ट की सेवाएँ निरंतर मिल ही रही हैं। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि वे आगामी 6 जून को कूनो राष्ट्रीय उद्यान जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश चीता स्टेट है। यह प्रतिष्ठा की बात है। राज्य सरकार चीता परियोजना की सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। प्रारंभ में ही चीता शावकों के जन्म के सर्वाइवल रेट की जानकारी दी गई थी। चीता परियोजना से जुड़ा सम्पूर्ण अमला, जज्बे के साथ कार्य कर रहा है। परियोजना की प्रगति संतोषजनक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि चीतों के लिए वैकल्पिक रहवास के लिए गांधी सागर अभयारण्य में आवश्यक व्यवस्थाएँ युद्ध स्तर पर पूर्ण करवाएँ। बैठक में परियोजना से पर्यटन विकास की गतिविधियों पर भी चर्चा हुई। वन मंत्री डॉ. शाह ने चीता की मॉनिटरिंग में तैनात कर्मचारियों को सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक वाहन भी उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।
केन्द्रीय वन महानिदेशक एवं विशेष सचिव श्री सी.पी. गोयल, मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव वन श्री जे.एन.s कांसोटिया, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली, के सदस्य सचिव डॉ. एस.पी. यादव, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला, प्रधान मुख्य वन संरक्षण वन्य-प्राणी श्री जे.एस. चौहान, अपर सचिव वन विभाग श्री अशोक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Tuesday, 23 May 2023

कलेक्टर्स 31 मई तक लाइफ वॉलेंटियर्स के नाम भोपाल भेजेंगे

 यूथ फॉर लाइफ के लिए कलेक्टरों को गाइडलाइन जारी

प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री गुलशन बामरा ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि यूथ फॉर लाइफ के तहत जिलास्तर पर एक परीक्षण समिति बनायें। लाइफ वॉलेंटियर्स के लिए समिति के माध्यम से 35-40 योग्य आवेदकों का चयन कर चयन सूची कार्यपालन संचालक, एप्को को 31 मई 2023 तक ई-मेल epco.institute@gmail.com पर उपलब्ध करायें। समिति में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी, जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक, जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी के साथ अतिरिक्त अन्य सदस्य भी शामिल हो सकते हैं।

श्री बामरा ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा युवा महापंचायत में लिये गये संकल्प "LiFE-Lifestyle For Environment पर्यावरण के लिए जीवन शैली हेतु युवा नेतृत्व विकास" के अनुपालन में यूथ फॉर लाइफ कार्यक्रम पूरे प्रदेश में आरंभ किया जा रहा है। प्रदेश में 2100 युवा को लाइफ वॉलेटियर्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रमुख सचिव, पर्यावरण द्वारा यूथ फॉर लाइफ कार्यक्रम के लिए सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं।

पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) को कार्यक्रम के क्रियान्वयन का दायित्व सौंपा गया है। कलेक्टर्स जिलास्तर पर क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोडल अधिकारी नामांकित कर एप्को को जानकारी उपलब्ध करायेगें। एप्को द्वारा प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों की जिलेवार सूची नोडल अधिकारी को 26 मई तक ई-मेल के माध्यम से उपलब्ध करा दी जायेगी।

कोल जनजाति के महत्व को दर्शाता कोल जनजाति सम्मेलन 24 मई को मुख्यमंत्री निवास परिसर में

 म.प्र. की तीसरी सबसे बड़ी कोल जनजाति का भारतीय संस्कृति, परम्परा के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में अहम् योगदान

मध्यप्रदेश की अमूल्य जनजातीय विरासत से समृद्ध कोल जनजाति के महत्व को रेखांकित करने के लिये 24 मई को मुख्यमंत्री निवास परिसर में कोल जनजाति सम्मेलन हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कोल जनजाति के हितग्राहियों को योजनाओं के हितलाभ वितरित करेंगे। सम्मेलन में म.प्र. राज्य स्तरीय कोल जनजाति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रामलाल रौतेल, अध्यक्ष जिला पंचायत सतना श्री रामखेलावन कोल, अध्यक्ष जिला पंचायत रीवा श्रीमती नीता कोल, विधायक ब्यौहारी श्री शरद कोल सहित अन्य जनजातीय जन-प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे।

कोल जनजाति मध्यप्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी अनुसूचित जनजाति है। इनका देश की संस्कृति, गौरवशाली परम्परा और स्वंतत्रता आन्दोलन में अहम् योगदान है। प्रदेश में कोल जनजाति की 10 लाख से भी ज्यादा जनसंख्या मुख्य रूप से रीवा, सतना, शहडोल, सीधी, पन्ना एवं सिंगरौली जिलों में निवास करती है। कोल जनजाति उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, असम, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्य में भी निवास करती है। यह खरवार समूह की एक प्राचीन जनजाति है। यह अपना संबंध राम भक्त शबरी माता से मानते हैं। महर्षि पाणिनी के अनुसार कोल शब्द 'कुल' से निकला है, जो ‘समस्त’ का भाव-बोधक है।

कोल जनजाति मुख्य रूप से वनोपज-संग्रहण, कृषि और मजदूरी से जीविकोपार्जन करते हैं। सरकार द्वारा जनजातियों के विकास के लिये संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलने से और औद्योगीकरण बढ़ने से कोल जनजाति का भी विकास हुआ है। अब इनके बच्चे भी उच्च शिक्षा में आगे आ रहे हैं।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी कोल जनजाति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस जनजाति ने अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार के विरुद्ध वर्ष 1831 में कोल विद्रोह किया था। विद्रोह का नेतृत्व बुधू भगत और मदारा महतो ने किया था। यह विद्रोह असमानता, शोषण और अत्याचार के विरूद्ध जनजातियों के लिये प्रेरणा का स्रोत बना। इसके बाद अन्य कई जनजातियों ने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ किया पौध-रोपण

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान श्यामला हिल्स में इमली, अमरूद और जामुन के पौधे लगाए। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ सामाजिक कार्यकर्ता सर्वश्री अमित चौहान, ऋषि जैन, रघुवीर, पुरुषोत्तम, सुरेंद्र, हरनाम सहित रंगकर्मी सर्वश्री राममूर्ति मिश्रा, भास्कर राव, रोहिणी, शरद और गायक सुनील शुक्रवारे ने पौध-रोपण किया।

पूर्व सरकार ने बंद कर दी थी तीर्थ-दर्शन योजना, हमने पुन: शुरू कर जोड़े नए आयाम: मुख्यमंत्री श्री चौहान

 मुख्यमंत्री ने इन्दौर से शिर्डी विमान से जा रहे तीर्थ-यात्रियों को दी शुभकामनाएँ

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विमान द्वारा इंदौर से शिर्डी जा रहे आगर- मालवा के 32 तीर्थ-यात्रियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा कि पूर्व सरकार ने तीर्थ-दर्शन योजना बंद कर दी थी। हमने योजना को पुन: शुरू कर उसमें नए आयाम भी जोड़े हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का मानना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई जहाज से यात्रा करने का पात्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन की एक बड़ी इच्छा होती है तीर्थ-दर्शन की। भौतिक सुख के साथ आध्यात्मिक प्रगति भी आवश्यक है। राज्य सरकार रेल द्वारा तीर्थ-दर्शन करवाती थी। अब हवाई जहाज से बुजुर्गं यात्रियों को धार्मिक स्थालों पर तीर्थ के लिये भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि विमान से गरीब बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा करवाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है। इंदौर एयरपोर्ट पर तीर्थयात्रियों के रवाना होने के अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी, श्री सुदर्शन गुप्ता और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

31 दिसम्बर 2022 तक की सभी अनाधिकृत कॉलोनियाँ वैध होगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 गरीब रहवासियों से नहीं लिया जायेगा विकास शुल्क

अब अवैध कॉलोनी कटी तो जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी
मुख्यमंत्री ने अनाधिकृत कॉलोनियों के नियमितीकरण एवं अनुज्ञा प्रदाय कार्यक्रम में की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 31 दिसंबर 2022 तक निर्मित सभी अनाधिकृत कॉलोनियाँ वैध की जायेंगी। इन कॉलोनियों में विकास के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। अधो-संरचना से जुड़ी सभी व्यवस्थाएँ की जाएंगी। पानी और बिजली के साथ ही अन्य व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायेंगी। इन कॉलोनियों के गरीब रहवासियों से विकास शुल्क नहीं लिया जायेगा। जो मकान जिस रूप में बने हैं उन्हें उसी रूप में स्वीकार कर अनुमति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अब अगर अवैध कॉलोनी कटी तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी। अधिकारी इस पर पैनी नजर रखें। अवैध कॉलोनी बननी ही नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह घोषणाएँ मुख्यमंत्री निवास में अनाधिकृत कॉलोनियों के नियमितीकरण और नागरिक अधो-संरचना विकास एवं भवन अनुज्ञा प्रदाय कार्यक्रम में की। कार्यक्रम कन्या-पूजन के साथ शुरू हुआ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोगों की जिंदगी आसान बनाना सरकार का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए आवश्यक निर्देश नगरीय विकास एवं आवास विभाग को दिए। अब वैध की गई कॉलोनियों के नागरिकों को बैंक ऋण मिल सकेगा। विकास के लिए विधायक एवं सांसद निधि की राशि दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि कॉलोनियों में रहवासी संघ भी बनाए जाएँ। कॉलोनियाँ स्वच्छता में पीछे न रहें, इस मंशा के साथ जन अभियान प्रारंभ होना चाहिए। मकान बन जाने के बाद संपूर्ण वातावरण स्वच्छ रखना हमारा कर्त्तव्य है। स्वच्छता और सफाई पर सभी नागरिक ध्यान रखें।

नगरीय निकाय रहवासी संघ को आवश्यक सहयोग करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध किया जा रहा है। यहाँ रहवासी संघों को सभी नगरीय निकाय आवश्यक सहयोग करें। कॉलोनियों को स्वच्छ और सुंदर बनाने पर ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना घर सबसे सुंदर होता है। हर व्यक्ति का सपना होता है कि जीवन में अपना एक मकान जरूर हो। रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की प्राथमिक आवश्यकता है। मकान के बिना जिंदगी नहीं काटी जा सकती। मकान ईंट-गारे का भवन नहीं, एक पवित्र मंदिर होता है। मकान हमारे बच्चों के लिए सपनों का घर होता है। भारतीय संस्कृति में यह माना जाता है कि अपनी संतान के लिए मकान बनाना आवश्यक है। शहरों में निम्न मध्यमवर्गीय परिवार, कामकाज के लिए और बच्चों की पढ़ाई के लिए आने वाले लोग रहते हैं। उनका अपना मकान हो, ऐसी इच्छा होती है। जिंदगी भर की पूँजी मकान में पाई-पाई जोड़ कर लगाई जाती है। कई बार ऐसे भू-खंड ले लेते हैं जो अनाधिकृत होते हैं। उस पर मकान निर्मित हो जाने के बाद उसके अवैध होने की जानकारी मिलती है। यह नागरिकों के साथ न्याय नहीं है। अनाधिकृत होने के कलंक को मिटाना है। अपना आशियाना बनाना अवैध नहीं है। राज्य सरकार ग्रामों में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना संचालित कर रही है। शहरों में भी वर्षों पुराने पट्टाधारियों को मालिक बनाया जा रहा है। इसी तरह जीवन भर परिश्रम से अपनी अर्जित कमाई लगा कर मकान बनाने वालों को अनाधिकृत नहीं मान सकते। कॉलोनाइजर गड़बड़ न करें, इस पर भी नियंत्रण आवश्यक है।

शहरों में गरीबों को मिलेगा 5 रूपये में भोजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि काम-काज के लिए शहर आने वाले गरीबों को दीनदयाल रसोई योजना में 5 रूपये में भोजन उपलब्ध कराया जाये। प्रदेश में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोये। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाये लेकिन इसमें संतुलन रखें। ठेले वालों की रोजी-रोटी पर संकट नहीं आना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुछ नागरिकों को प्रतीक स्वरूप अनुज्ञा प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अभी 31 दिसम्बर 2016 तक की 6077 अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने की कार्यवाही की जा रही है। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि अगर 31 दिसम्बर 2022 तक की अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने का निर्णय लिया जाये तो अतिरिक्त रूप से 2500 कॉलोनियों के रहवासी लाभांवित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि इन कॉलोनियों में बने ऐसे मकान जो कंपाउंडिंग की सीमा में आ रहे हैं, उनके नक्शे पास किये जाये। श्री सिंह ने कहा कि गरीब रहवासियों से विकास शुल्क लेने का प्रावधान समाप्त किया जाये तो इससे लाखों गरीब लाभान्वित होंगे। इन कॉलोनियों के नक्शे पास करने के लिए ऑफलाइन प्रक्रिया अपनाई जाये, तो सुविधा होगी। श्री सिंह ने कहा कि अब रहवासियों को समस्त भवन अनुज्ञा, अनुमतियाँ एवं बैंक लोन की पात्रता भी मिल सकेगी। नियमित योजनाओं जैसे अमृत योजना, अधो-संरचना मद तथा सांसद एवं विधायक निधि आदि से विकास कार्य हो सकेंगे। पेयजल, सीवर और विद्युत के वैध कनेक्शन दिये जायेंगे।

नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओपीएस भदौरिया ने कहा कि आज का कार्यक्रम लगभग 20 लाख परिवारों को रोशनी और सम्मान देने का है। उन्होंने कहा कि जो मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, उन्हें अब सभी जरूरी सुविधाएँ मिलेगी।

प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीरज मंडलोई ने कहा है कि 6 हजार 77 पात्र कॉलोनियों का प्रारंभिक प्रकाशन किया जा चुका है। इनमें से 1662 कॉलोनियों के अभिन्यास का प्रारंभिक प्रकाशन, 1336 कॉलोनियों के अभिन्यास का अंतिम प्रकाशन और 1122 कॉलोनियों में भवन अनुज्ञा देने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। आज 500 भवन अनुज्ञा प्रमाण-पत्र वितरित किये जा रहे हैं। सभी पात्र कॉलोनियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी कर ली जायेगी। सभी जिलों में कार्यक्रम किये गये। मुख्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण नगरीय निकायों में किया गया। नगर पालिक निगम भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने आभार माना।

कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और श्रीमती कृष्णा गौर, नगर निगम के अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, पार्षद, जन-प्रतिनिधि, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं आवास श्री भरत यादव एवं वैध हुई कॉलोनियों के रहवासी उपस्थित थे।

सरकार के निर्णय से आम जनता को मिली बड़ी राहत : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 कॉलोनियों में सभी नियमित कार्य होंगे

मुख्यमंत्री ने मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले मंत्रीगण को संबोधित किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले मंत्रीगण को जानकारी दी कि प्रदेश में अनियमित और अवैध कॉलोनियों को वैध करने का कार्य किया गया है। आज कार्यक्रम में 6 हजार से अधिक कॉलोनी वैध करते हुए अनुज्ञा प्रमाण-पत्र दिए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों के रहवासी संघ भी इस कार्यक्रम से जुड़े थे। कॉलोनियों के वैध हो जाने से सभी नियमित कार्य सड़क, पानी, बिजली, खरीदी-बिक्री, बैंक से लोन आदि हो सकेंगे। राज्य सरकार के निर्णय से आम जनता को बड़ी राहत मिली है।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज हुए कार्यक्रम में 31 दिसंबर 2016 तक निर्मित अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध किया गया है। अब 31 दिसंबर 2022 तक निर्मित कॉलोनियों को भी वैध किया जाएगा। सभी रहवासी संघ को कॉलोनियों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया है।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 22 मई को राजधानी में महारानी पद्मावती की प्रतिमा के अनावरण, महाराणा प्रताप और छत्रसाल जयंती के सफल कार्यक्रमों की भी जानकारी मंत्रीगण को दी। मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम गायन के साथ प्रारंभ हुई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा गुट्टू भैया के त्रयोदशी कार्यक्रम में शामिल हुए

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा 'गुट्टू भैया' की त्रयोदशी कार्यक्रम में बजरिया स्थित उनके निवास पहुँच कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. रमेश शर्मा 'गुट्टू भैया' की सेवाओं का स्मरण करते हुए उनकी तस्वीर पर मार्ल्यापण किया। उन्होंने कहा कि स्व. श्री शर्मा ने जन-सेवा के कार्यों को पूरा करने में जीवन समर्पित किया। वे राजधानी भोपाल में काफी लोकप्रिय थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. शर्मा के परिवार के सदस्यों से भेंट एवं चर्चा की। भोपाल के पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा और अनेक जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये पदों के सृजन की मंजूरी

 मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक में नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये विभिन्न संवर्गों के कुल 12 पदों में से 9 पदों को जिला टीकमगढ़ से रिडिप्लायमेंट से उपलब्ध कराने तथा 3 नवीन पदों के सृजन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।

संविदा नियुक्ति नियम-2017 के नियम में संशोधन की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति नियम, 2017 के नियम 11 (3) के बाद परंतुक स्थापित करने का निर्णय लिया। संशोधन के अनुसार "परन्तु यह कि राज्य शासन विशिष्ट प्रकरण में उपरोक्तानुसार उल्लेखित एक माह की पूर्व सूचना या इसके एवज में एक माह का वेतन देने की शर्त को शिथिल कर सकेगा।" उल्लेखनीय है कि सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति संबंधी नियम-2017 के नियम 11(3) के प्रावधान अनुसार संविदा नियुक्ति के दौरान दोनों पक्षों में से किसी एक पक्ष द्वारा एक माह पूर्व की सूचना अथवा एक माह का वेतन जमा कर संविदा नियुक्ति समाप्त किए जाने का प्रावधान था।

पुनर्वास आयुक्त के पद में 30 जून 2027 तक की वृद्धि

मंत्रि-परिषद ने पुनर्वास आयुक्त के 1 अस्थाई पद की समय अवधि 1 जुलाई 2022 से 30 जून 2027 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 से बी.सी.ओ. पुनर्वास आयुक्त कार्यालय में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को प्रमुख राजस्व आयुक्त राजस्व विभाग के बी.सी.ओ. 0709 में मर्ज किया जाएगा।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद ने राजभवन में जनजातीय प्रकोष्ठ का गठन किये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 8 अप्रैल 2022 को जारी आदेश को अनुमोदित किया।

Monday, 22 May 2023

मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में मिली शिकायत पर सागर कलेक्टर ने लिया संज्ञान

 एफआईआर के साथ 2 आरोपी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में प्रदाय सामग्री की मिली थी शिकायत

     मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश में आमजन को विभिन्न विभाग की 68 सेवाओं का मौके पर लाभ दिलाने, पूर्व से प्राप्त लंबित और नवीन आवेदनों पर कार्यवाही सुनिश्चित करने 10 मई से मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान-2 चलाया जा रहा है। अभियान में शिविर लगा कर भी प्राप्त शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी शिकायतों का गंभीरता से निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर्स को दिये हैं।  

      अभियान अंतर्गत सागर जिले में 17 मई को आयोजित शिविर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के हितग्राहियों ने उनको उपहार स्वरूप प्राप्त एलईडी टीवी में बार-बार खराबी आने संबंधी आवेदन दिया। कलेक्टर सागर श्री दीपक आर्य ने शिकायत को संज्ञान में लेते हुए संदेह के आधार पर संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय सागर से 19 मई  को सीआरपीसी की धारा 420, 467, 468 एवं 471 में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस द्वारा शीघ्र कार्यवाही करते हुए मामले आरोपी प्रीति साहू के पति मुकेश साहू मेसर्स एसआरके इंटरप्राइजेस से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने एलईडी टीवी, नई दिल्ली से क्रय किया जाना बताया। जानकारी के आधार पर सागर से मुकेश साहू एवं नई दिल्ली से एक अन्य आरोपी राजू गुप्ता को भी हिरासत में लेकर कार्यवाही की जा रही है।

      गढ़ाकोटा नगरपालिका द्वारा 8 मार्च को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में सामूहिक विवाह कार्यक्रम हुआ था, जिसमें सभी वर-वधुओं को 11 हजार रूपये नगद और 38 हजार रूपये की सामग्री प्रदाय की गई थी। इसमें गद्दा, बर्तन सेट (51 नग), पलंग (लोहे का), पंखा (टेबिल फेन), प्लास्टिक टेबिल-कुर्सी सेट, चांदी का सामान पायल, माथे की बिंदी, बिछिया, सोने का मंगलसूत्र, दीवाल घड़ी, सिलाई मशीन, चादर, तकिया इत्यादि के साथ एलईडी टीवी भी उपहार स्वरूप दी गई थी।

      वर-वधू को उपलब्ध कराई गई सामग्री की गुणवत्ता एवं दर निर्धारण के लिये जिला स्तरीय समिति द्वारा ई-टेण्डर से निविदा आमंत्रित की गई थी। तकनीकी एवं वित्तीय निविदा खोलने के बाद सभी सामग्रियों के सेंपल की जाँच भी समिति द्वारा सभी निविदाकर्ताओं के समक्ष में कराई गई। इस प्रक्रिया के बाद जिला स्तरीय समिति द्वारा दर एवं मानक निर्धारित किये गये। इसी आधार पर नगर पालिका परिषद् गढ़ाकोटा द्वारा क्रय आदेश संबंधित फर्मों को दिया गया।

आधुनिक काल के श्रवण कुमार हैं मुख्यमंत्री शिवराज

 जुग-जुग जिए शिवराज, हमेशा रहें गादीपति

तीर्थराज प्रयागराज की यात्रा रही अद्वितीय, अविस्मरणीय और आनंदमयी
विमान से पहली तीर्थ-यात्रा के यात्रियों ने कही दिल से बात

देश में पहली बार विमान से तीर्थ यात्रा करने वाले मध्य प्रदेश के बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों ने तीर्थराज प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की यात्रा से लौटने के बाद अपने दिल की बात साझा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आम गरीब बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीरथ करा कर बता दिया है कि वे "आधुनिक काल के श्रवण कुमार" है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सभी के लिए अद्वितीय, अविस्मरणीय और आनंदमयी रही है। बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वह जुग-जुग जिए पर हमेशा गादीपति (मुख्यमंत्री) रहे। प्रयागराज में पवित्र गंगा, यमुना एवं सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान और देव दर्शन कर राजा भोज विमानतल भोपाल लौटे सभी 32 तीर्थ-यात्रियों के ललाट की आभा उनके आत्मिक संतोष को दिखा रही थी। तीर्थ-यात्रियों के परिजन भी प्रसन्न नजर आए।

जो सोचा न था वह संभव कर दिया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने

तीर्थ यात्रा से लौटे जाट खेड़ी के श्री प्रेम नारायण पटेल ने भावुक होकर कहा कि सब कुछ कल्पना से परे रहा। हवाई जहाज को आसमान में उड़ते हुए देखा करते थे। कभी सोचा नहीं था कि उसमें बैठने को मिलेगा, लेकिन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसे हमारे लिए संभव कर दिखाया। हमें सबसे बड़े तीरथ प्रयागराज की यात्रा हवाई जहाज से करवा दी। मैंने 75 साल की उम्र में पहला ऐसा मुख्यमंत्री देखा, जिसने गरीबों की ऐसी सेवा की। हमारा आशीर्वाद है कि वह आजन्म मुख्यमंत्री बने रहे।

खूब आशीर्वाद मुख्यमंत्री को

 कैलाश नगर की श्रीमती सिया कुमारी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को खूब-खूब आशीर्वाद। उनके कारण त्रिवेणी संगम में स्नान का सपना पूरा हो सका।  हमने जीवन  में पहली बार हवाई जहाज की यात्रा की। होटल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिला। कम समय में बगैर कष्ट के इतनी बढ़िया तीर्थ- यात्रा कराने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार।

तीर्थ-यात्रा के पल, अनमोल

जीवन के यह पल बहुत ही अनमोल हैं। हमारी स्मृतियों में यह चिर-स्थाई हो गए हैं। फंदा के श्री मिट्ठू लाल मेवाड़ा ने कहा कि हमने तो कभी सोचा भी नहीं था कि हमारे भाग्य में तीर्थ-यात्रा का सौभाग्य भी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को बहुत-बहुत धन्यवाद।

 बुजुर्गों के मददगार, रहें हमेशा गादीपति

तीर्थ-यात्रा कर आनंदित और आत्म-विभोर दिखाई दे रही गोंदरमऊ की श्रीमती राजल बाई ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बुजुर्गों का मददगार बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद के साथ आभार व्यक्त करते हुए हमेशा गादीपति (मुख्यमंत्री) बने रहने का आशीर्वाद भी दिया।

प्रयागराज में एक डुबकी प्रदेश की समृद्धि के लिये भी

जहांगीराबाद के बुजुर्ग तीर्थ-यात्री श्री संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान का हवाई यात्रा से तीर्थ-दर्शन कराने का कार्य बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने जमीन के लोगों को हवाई सैर करवा कर  दर्शन कराये हैं। मुख्यमंत्री के इस प्रयास की सराहना प्रयागराज में भी लोगों ने करते हुए कहा कि "आपके मामा (मुख्यमंत्री) बहुत ही अच्छे" हैं। श्री गुप्ता ने बताया कि उन्होंने प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना के साथ संगम-स्थल पर मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए भी शुभकामनाओं की एक-एक डुबकी लगाई।

यशस्वी बनें और राज करें शिवराज

बरखेड़ा पठानी की शकुंतला बाई ने प्रसन्नता से कहा कि शिवराज जुग-जुग जिए, यशस्वी बनें और हमेशा राज करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की खूब सेवा की है। सबका ध्यान रख कर जीवन को आसान बनाने के लिए योजनाएँ बनाई हैं।

यात्रा हमेशा चालू रहे

चांदबढ़ के श्री राम प्रसाद चांदौरिया ने बताया कि किसी भी सरकार ने ऐसी यात्रा नहीं कराई। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन यात्रा हमेशा ऐसी ही चालू रहे। हमारे जो बंधु-बांधव और धार्मिक लोग है वह भी अपने धर्म के अनुसार यात्रा कर सकें।

त्रिवेणी संगम के साथ हनुमानगढ़ी के हुए दर्शन

रोंझिया के श्री टीकाराम सेन ने आज के श्रवण कुमार और मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना कि हमे त्रिवेणी संगम में स्नान के साथ ही हनुमानगढ़ी में दर्शन का भी सौभाग्य मिला। भोपाल से प्रयागराज तक यात्रा की व्यवस्थाएँ बहुत ही अच्छी रही, ठीक वैसे ही जैसे कोई बेटा अपने बुजुर्ग के लिए करता है।

गरीबों के मसीहा हैं शिवराज

पंजाबी बाग निवासी श्रीमती कृष्णा चौबे बताती है कि यात्रा में रत्ती भर भी तकलीफ नहीं हुई। सभी तीर्थ यात्रियों का बहुत अच्छे से परिवार की तरह ख्याल रखा। हनुमान मंदिर में दर्शन किये। गंगा आरती में शामिल होने का सौभाग्य मिला। त्रिवेणी संगम पर स्नान का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान को बारम्बार बधाई। गरीबों के मसीहा है शिवराज भैया, हर आदमी के दुख दर्द में काम आते हैं।

युवाओं के लिए प्रेरणादायी होगी महारानी पद्मावती की प्रतिमा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 मुख्यमंत्री ने किया महारानी पद्मावती की प्रतिमा का अनावरण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल की मनुआभान टेकरी पर महारानी पद्मावती की प्रतिमा का अनावरण किया। केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर और महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ साथ थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारतीय शौर्य एवं पराक्रम की प्रतीक महारानी पद्मावती की प्रतिमा स्थापना से एक संकल्प पूरा हुआ है। महारानी पद्मावती ने अपने स्वाभिमान और देश के गौरव की रक्षा के लिए स्वयं को अग्नि में समर्पित कर दिया। उनकी मूर्ति स्थापित करने के साथ ही इस स्थल को विकसित किया जा रहा है, जिससे युवा पीढ़ी महारानी के संघर्ष से प्रेरणा ले सकें और अपनी धर्म, संस्कृति और जीवन मूल्यों को न भूलें। महारानी पद्मावती की मूर्ति का प्रारूप श्री एल.एन. भावसार द्वारा तैयार किया गया और मूर्तिकार श्री प्रभात राय हैं।

सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री नरेंद्र भानु खंडेलवाल अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन किया

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निवास कार्यालय में श्री नरेंद्र भानु खंडेलवाल के 75वें जन्म-दिवस पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाशित अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फूल माला तथा शॉल भेंट कर श्री खंडेलवाल का सम्मान किया। श्री खंडेलवाल विशेष रूप से जरूरतमंद परिवार के बच्चों को स्कूल शिक्षा से जोड़ने, युवाओं के लिए रोजगार युक्त शिक्षा की व्यवस्था और भारतीय संस्कृति के उत्थान से संबंधित गतिविधियों में सक्रिय हैं। धर्म संस्कृति समिति के श्री सतीश विश्वकर्मा, वैद्य गोपालदास मेहता, श्री विष्णु राठौर, वैद्य दीपक रघुवंशी, श्रीमती निवेदिता चतुर्वेदी तथा श्री मयंक चतुर्वेदी उपस्थित थे।

भोपाल में स्थापित होगा महाराणा प्रताप लोक : मुख्यमंत्री श्री चौहान

 महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पाठ्यक्रम में शामिल होंगी

महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा
हल्दी घाटी की मिट्टी लेकर भोपाल आए महाराणा प्रताप के वंशज
मुख्यमंत्री श्री चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप और छत्रसाल जयंती समारोह को किया संबोधित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराणा प्रताप देश के शौर्य के प्रतीक हैं। भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का निर्माण किया जाएगा। यह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। स्मारक में महाराणा प्रताप के जीवन और कार्यों को चित्रित किया जाएगा। साथ ही उनके सात सहयोगियों भामाशाह, पुंजाभील, चेतक और अन्य के योगदान को भी चित्रित कर दर्शाया जाएगा। महाराणा प्रताप द्वारा अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष तथा जीवन मूल्यों पर अडिग रहने की उनकी क्षमता से आने वाली पीढ़ी अवगत हो सके और तदनुसार संस्कार ग्रहण कर सकें, इस उद्देश्य से महाराणा प्रताप लोक का निर्माण सार्थक होगा। प्रदेश में शालेय पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पढ़ाई जाएंगी। साथ ही महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाल परेड मैदान में महाराणा प्रताप जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. मेवाड़ का रामदरबार भेंट कर किया स्वागत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप, महाराज छत्रसाल और महारानी पद्मावती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप जला कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, प्रदेश के मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठजन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तलवार तथा रामदरबार भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को डॉ. मेवाड़ ने हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट कर अभिवादन किया। समाज के वरिष्ठ जन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का साफा बांध कर सम्मान किया गया तथा समारोह के प्रतीक-चिन्ह के रूप में तलवार भेंट की गई।

महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व सभी के लिए प्रेरणादायी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता है। ईमानदारी और सच्चाई से समाज के सभी वर्गों की सेवा करना, प्रगति और विकास के रास्ते पर प्रदेश को अग्रसर करने की प्रेरणा भी हमें महाराणा प्रताप से मिलती है। महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के साथ वैभवशाली, गौरवशाली राष्ट्र के निर्माण के प्रतीक भी हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। विश्व के समृद्ध और शक्तिशाली देशों में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है।

 वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराज छत्रसाल बुंदेला को प्रणाम करते हुए कहा कि उनके संबंध में मान्यता थी कि "छत्ता तोरे राज में, धक-धक धरती होय- जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फतेह होए"। यह शूरवीरों की धरती है। ऐसे वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र है। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता का स्मरण करते हुए कहा कि यह मेरा प्रण है कि जो भी लोग हमारे देश और प्रदेश के हितों से खिलवाड़ करेंगे वह छोड़े नहीं जाएंगे। आतंकवादियों को समाप्त करना हमारा धर्म है।

हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट में मिलने से अभिभूत हुए मुख्यमंत्री

महाराणा प्रताप के वंशज श्री लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ द्वारा हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट करने से अभिभूत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मेरे जीवन की अमूल्य निधि है। हल्दी घाटी की मिट्टी से पवित्र कुछ भी नहीं है, यह भारत के शौर्य और वीरता की प्रतीक है। इस माटी का मान-सम्मान और शान कभी जाने नहीं दूँगा। यह माटी सदैव महाराणा प्रताप के शौर्य की याद दिलाएगी और सही दिशा में कार्य के लिए निरंतर प्रेरित करती रहेगी।

केन्द्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश और भोपाल में महारानी पद्मावती की मूर्ति स्थापित कर ऐतिहासिक कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी अधिकांश घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कर रहे हैं भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं। वे महाराणा प्रताप जी के आदर्शों पर चलकर प्रदेश का विकास कर रहे हैं। उन्होंने महाराणा प्रताप जी की जयंती पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर यह संदेश दिया है कि हम सब उन्हें याद करें और उनके शौर्य, बलिदान, देश प्रेम और जीवन मूल्यों से प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य करें।

महाराणा प्रताप और महाराजा छत्रसाल की शौर्य गाथा की संगीतमय प्रस्तुति

कार्यक्रम में महाराणा प्रताप और महाराज छत्रसाल की शौर्यगाथा की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जिसे उपस्थित जन-समुदाय द्वारा सराहा गया। पूरा वातावरण वीर रस से ओत-प्रोत हो गया। महाराणा प्रताप की जय, महाराज छत्रसाल की जय के नारों से पांडाल गूंज उठा।

कार्यक्रम में मंत्री सर्वश्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, कमल पटेल, विश्वास सारंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, सुश्री उषा सिंह ठाकुर, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

महाराणा प्रताप (9 मई 1540–19 जनवरी 1597)

महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 राजस्थान के कुम्भलगढ़ में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ। वे महावीर राणा सांगा के पौत्र थे। वे इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिये अमर हैं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अंततः अकबर महाराणा प्रताप को अधीन करने में असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों तक के लिए प्रेरणा-स्त्रोत बनीं। महाराणा जिस घोड़े पर बैठते थे वह घोड़ा चेतक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ घोड़ों में से एक था। महाराणा 72 किलो का कवच पहनकर 81 किलो का भाला अपने हाथ में रखते थे। भाला और कवच सहित ढाल-तलवार का वजन मिलाकर कुल 208 किलो का वजन उठाकर वे युद्ध लड़ते थे।

30 मई. 1576, बुधवार को हल्दी घाटी के मैदान में विशाल मुगलिया सेना और रणबाँकुरी मेवाड़ी सेना के मध्य भयंकर युद्ध छिड़ गया। युद्ध में महाराणा ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए, परन्तु अकबर की विशाल सेना के आगे राजपूती सेना नहीं टिक पाई और राणा प्रताप को जंगल में शरण लेनी पड़ी, पर उन्होंने अकबर की दासता स्वीकार नहीं की। चित्तौड़ को छोड़ कर महाराणा ने अपने समस्त दुर्गों को शत्रु से पुन: छीन लिया। महाराणा ने चित्तौड़गढ़ व मांडलगढ़ के अलावा संपूर्ण मेवाड़ पर अपना राज्य पुनः स्थापित कर लिया। उदयपुर को उन्होंने अपनी राजधानी बनाया। इसके बाद मुगलों ने कई बार महाराणा को चुनौती दी लेकिन मुगलों को मुँह की खानी पड़ी। आखिरकार, युद्ध और शिकार के दौरान लगी चोटों की वजह से महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को चांवड में हुई।

महाराजा छत्रसाल

मध्यकालीन राजपूत योद्धा महाराजा छत्रसाल बुन्देला (4 मई 1649-20 दिसम्बर 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान प्रतापी योद्धा थे। उन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित करके बुन्देलखण्ड में अपना स्वतंत्र हिंदू राज्य स्थापित किया और 'महाराजा' की पदवी प्राप्त की। महाराजा छत्रसाल का जन्म राजपूत परिवार में हुआ था और वे ओरछा के रुद्र प्रताप सिंह के वंशज थे। वे अपने समय के महान वीर, संगठक, कुशल और प्रतापी राजा थे। उनका जीवन मुगलों की सत्ता के खिलाफ संघर्ष और बुन्देलखण्ड की स्वतन्त्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए निकला। वे जीवन के अन्तिम समय तक अपनी मातृभूमि के लिए संघर्ष करते रहे।