Tuesday, 27 August 2024

जन्माष्टमी का इतिहास 5200 साल से भी पुराना है: डॉ. पटेल

 कन्या महाविद्यालय में श्री कृष्ण-राधा की वेशभूषा में प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

 


कर्म,योग, प्रेम और मित्रता के उत्कृष्ट आदर्श श्रीकृष्ण के अवतरण दिवस जन्माष्टमी का त्योहार पूरे हर्षाेल्लास के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस शासकीय कन्या महाविद्यालय में मनाया गया। मुख्यत इस पर्व को लोग मंदिरों में एवं अपने घरों में श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना कर मनाते हैं, परंतु मध्य प्रदेश उच्च शासन की पहल  पर पहली बार यह त्यौहार महाविद्यालय में भी बनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की संरक्षिका एवं प्राचार्य प्रोफेसर अमिता पटेल के मार्गदर्शन में महाविद्यालय प्रांगण में श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा पूरे विधि विधान से की गई। इस अवसर पर प्रो. पटेल ने बताया की जन्माष्टमी का इतिहास 5200 साल से भी पुराना है जो इसे लगातार मनाए जाने वाले सबसे पुराने त्योहारों में से एक बनता है, इस साल वैदिक गणना के अनुसार यह भगवान कृष्ण के जन्म की 5251 वर्षगांठ है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी प्रो.पन्नालाल सनोडिया ने भी संपूर्ण महाविद्यालय परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं प्रेषित की। डॉ. ओम प्रकाश सरवैया ने श्री कृष्ण की बाल लीलाएं एवं श्री कृष्ण एवं सुदामा की रोचक कहानी सभी से साझा की। 

        इस अवसर पर महाविद्यालय में वेशभूषा सज्जा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने श्री कृष्ण एवं राधा का रूप धारण कर भाग लिया। इसके साथ ही छात्राओं ने झूम कर श्री कृष्ण भक्ति में लीन हो नृत्य किए एवं भजन गाए। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के प्राध्यापक गण प्रो. कल्पना इंग्ले, डॉ. रुचिका यदु, श्री भीमटे, श्रीमती लक्ष्मी मेश्राम, डॉ शेष राव नवांगे एवं समस्त कर्मचारीगण उपस्थित हुए। कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में डेढ़ सौ छात्राओं ने भाग लिया।

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