Saturday, 31 August 2024

विद्यार्थी परिषद ने झाबुआ AD एवं राति तलाई स्कूल के प्राचार्य रविंद्र

 सिसोदिया को विद्यार्थियों से अवैध रूप से  एडमिशन फीस के नाम पर लाखों रुपए की घूसखोरी के खिलाफ में मोर्चा खोल दिया




विद्यार्थी परिषद की नगर इकाई के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह को विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत करवाने के लिए एकत्रित हुए छात्रों में से दो छात्रों को रातितालाई स्कूल के प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों को चाटे  मारे गए  और अंबेडकर पार्क से विद्यार्थियों को प्राचार्य द्वारा डराया एवं धमकाया गया कि आप लोग अगर मंत्री जी से मिले तो मैं आप लोगों की टीसी आपके घर भिजवा दूंगा और आपको स्कूल से  निकलवा दूंगा जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को पता चला तो विद्यार्थी परिषद के  कार्यकर्ता अंबेडकर पार्क से राति तालाई स्कूल के गेट के बाहर ही धरना प्रदर्शन कर दिया  विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक निलेश गणावा ने जब विद्यार्थियों से पूछा गया कि आप लोगों के क्या-क्या समस्या है तो विद्यार्थियों ने बताया कि प्राचार्य द्वारा हमारे पास से 1280 रुपए एडमिशन फीस के नाम से लिए गए और जो विद्यार्थी फेल हो गया उसके  2200 रुपए लिए गए लेकिन आज तक हमें रसीद नहीं मिली और जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों की रसीद देखी तो उसमें 850 रुपए लिखे हुए यानी 480 रुपए की रसीद कहां गई अगर देखा जाए तो एक विद्यार्थी के ₹480  तो रातितलाई स्कूल में 1000 हजार विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं तो कितने रुपए होते हैं 480 ×1000 करते है तो तीन लाख 84000 हजार रुपए  होते है तो यह इतने रुपए कहां गए और देखा जाए तो उनकी लिस्ट में खेल सामग्री के नाम से प्रत्येक विद्यार्थी के पास  से ₹200 लिए जा रहे हैं अगर एक विद्यार्थी के पास से 200 भी लिए जाते हैं तो 2,00000 रुपए होते हैं अगर एक ही स्कूल में 5 लाख 84  हजार रुपए का घोटाला किया जाता है तो सोच  सकते हैं कि एक जनजाति विभाग का सहायक संचालक (ad) होने के नाते जिले भर की कितनी स्कूलों में रविंद्र सिसोदिया प्राचार्य राति तलाई स्कूल के द्वारा सभी स्कूलों से कितने पैसे वसूले जा रहे होंगे आज हम देखते हैं कि झाबुआ जिला एक जनजाति जिला है और यहां पर अधिकतम गरीब आदिवासी भाई बहनों के बच्चे पढ़ाई करने के लिए स्कूलों में जाते हैं लेकिन ऐसे AD बने बैठे अधिकारियों द्वारा ऐसी कार्यालय में बैठे-बैठे लाखों रुपए उन गरीब माता-पिता के पैसे किस प्रकार से अपनी जेबों में भर रहे हैं इसके विरोध में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता एवं विद्यार्थी  मंत्री जी से बात करने के लिए जब  जाते हैं  तो प्राचार्य द्वारा दबाव बनाया जाता है कि अगर आप लोग मंत्री जी से मिलने जाओगे तो टीसी आपके घर पर पहुंच जाएगी इस प्रकार से धमकाया जाता है तो विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक निलेश जी गणावा ने कहा कि आप विद्यार्थियों से इतने पैसे किस प्रकार से वसूल रहे हो आप जानते हो गरीब आदिवासी विद्यार्थी के माता-पिता के पास से जो 1200 रुपए फीस ले रहे हो वह  किस प्रकार से लाते हैं जब पूरा दिन धूप , गर्मी ,पानी , में मजदूरी करते हैं या फिर खेतों में निंदाई  खुदाई करते हैं तब जाकर एक दिन के 300 रुपए मिलते हैं यानी आप ₹1200 ले रहे हो तो सोचिए एक व्यक्ति चार दिन तक मेहनत करता है और आप AC कार्यालय में बैठे हुए लाखों रुपए हड़प रहे आप जैसे अधिकारियों को शर्म आनी चाहिए जो गरीब लाचारी आदिवासी विद्यार्थियों के पास इतने पैसे अवैध रूप से वसूलते हो , बाद में जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रभारी मंत्री जी से बात की तो प्रभारी मंत्री जी ने शाम को विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी को मिलने का  समय दिया तब जाकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता एवं विद्यार्थियों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया ,

जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह जी से मिले तो विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक निलेश जी गणावा ने बताया कि किस प्रकार से राति तलाई स्कूल एवं झाबुआ AD के द्वारा विद्यार्थियों के पास से एडमिशन फीस के नाम पर लाखों रुपए वसूले गए और यह मांग करी की इस अधिकारी को तत्काल दोनों पदों से प्रभाव से मुक्त किया जाए AD और प्राचार्य से ।

मंत्री जी ने AC  मैडम को आदेश दिया कि रविंद्र सिसोदिया को तत्काल प्रभाव से मुक्त करें साथ में उत्कृष्ट हाई सेकेंडरी स्कूल कल्याणपुरा के प्राचार्य कोचरा सर को भी एडमिशन के नाम पर अवैध रूप से पैसा लिया गया उसे भी तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाए


अगर 03 दिन के अंदर जिले भर की सभी स्कूलों से प्रत्येक विद्यार्थी को पूरा पैसा नहीं लौटाया गया तो विद्यार्थी परिषद एवं विद्यार्थी प्रत्येक स्कूल से कलेक्टर कार्यालय आएंगे और जिला कलेक्टर घेराव करके कलेक्टर महोदय का पुतला जायेगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कलेक्टर महोदया एवं जिला शासन प्रशासन की रहेगी ।

No comments:

Post a Comment